राष्ट्रीय विज्ञान प्रौद्योगिकी एवम संचार परिषद, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार के सौजन्य से सोसाइटी फ़ॉर प्रोमोशन ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी इन इंडिया द्वारा संचालित मोबाइल विज्ञान प्रयोगशाला की संचालन समिति की बैठक शनिवार को पिपली में हुई। बैठक की अध्यक्षता सोसाइटी के प्रेजिडेंट एवम हरियाणा सरकार से सेवानिवृत्त आई.ए.एस. श्री धर्मवीर ने की। मोबाइल विज्ञान प्रयोगशाला की प्रमुख अन्वेषक प्रो. केया धर्मवीर ने संचालन समिति के सदस्यों को लैब के कुरुक्षेत्र में 2 वर्ष के कार्यकाल से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि साइंस लैब कुरुक्षेत्र एवम मेवात के 124 सरकारी स्कूलों में वैज्ञानिक गतिविधियों पर कार्य कर चुकी है जिसमे 20,000 से अधिक विद्यार्थी इससे लाभान्वित हुए हैं। इसके साथ ही कुरुक्षेत्र के विभिन्न गांव में जागरूकता कार्यक्रमों, अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव, विज्ञान एवं गणित दिवस एवं अन्य गतिविधियों समेत 25,000 से अधिक लोग लेबोरेटरी के सम्पर्क में आये। श्री धर्मवीर ने कुरुक्षेत्र में इस परियोजना के समापन पर संचालन समिति के सदयस कुरुक्षेत्र विश्विद्यालय के भौतिकी के प्रो.आर.के. मोदगिल, स्काईएट इंजीनियरिंग कॉलेज के डायरेक्टर डॉ. डी. डी. शर्मा, जिला विज्ञान विशेषज्ञ श्री सुरेंदर सिंह का धन्यवाद किया।
सभा मे पंजाब विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. अरुण ग्रोवर, डी.ए.वी. कॉलेज के रिटायर्ड प्रिंसिपल डॉ के.एस. आर्य, उच्च शिक्षा हरयाणा सरकार से रिटायर्ड प्रिंसिपल श्रीमती रजनी भल्ला, सोसाइटी के कोषाध्यक्ष श्री एम.एल. गर्ग, गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक के प्रिंसिपल रिटायर्ड श्री संजीव जावा, लैब के प्रबंधक अनुज गोयल, संयोजक महिपाल शर्मा व निखिल गर्ग मौजूद रहे। लैब के निरीक्षण में विज्ञान संचारक अमन कुमार ने सभी सदस्यों को लैब में मौजूद वैज्ञानिक प्रयोग दिखाए।
बता दें कि मोबाइल विज्ञान प्रयोगशाला परियोजना 2016 में करनाल से आरंभ हुई, 2 वर्ष कुरुक्षेत्र में कार्य करने के पश्चात अब जिला यमुनानगर में अगले 2 वर्ष तक स्कूल एवम जन समाज मे विज्ञान संचार का कार्य करेगी।